पोषणउद्यान- कुपोषण के विरुद्ध एक सक्षम प्रस्ताव

लेखक

  • कंचन शिला कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • सुरेश चदं कांटवा कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • गुलाब चौधरी कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • अक्षय घिंटाला कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • विक्रमजीत सिंह कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • अशोक चौधरी कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर
  • सुनील कुमार यादव कृषि विज्ञान केंद्र, हनुमानगढ़ (नोहर) राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर

सार

पोषण उद्यान, पोषक तत्वों से भरपूर रसायन मुक्त सब्जियों और फलों की वर्ष भर घर पर उपलब्धता को सुनिश्चित करने का एक प्रभावी प्रयास है। फलों और सब्जियों पर केंद्रित यह पोषण का सबसे अच्छा स्रोत है और पूरे वर्ष पारिवारिक आहार सम्बन्धित विविध आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह कुपोषण को समाप्त करने का एक कारगर उपाय है। पोषण उद्यान में भोजन और आय के स्रोत के लिए फलों और सब्जियों की खेती की जाती है। यह किचन गार्डन का एक अधिक उन्नत प्रकार है। पोषण उद्यान, विशेष रूप से महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं तथा छोटे और सीमांत किसानों को विविध प्रकार के पोषक आहार प्रदान करने के साथ ही अन्य कई लाभ प्रदान करने में मदद कर सकता हैं जैसेकि पोषण उद्यान में लगे फलों और सब्जियों को अतिरिक्त आय के लिए विक्रय कर सकते है। पोषण उद्यान की अवधारणा को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को अपने घर पर उपलब्ध खाली जमीन में खाद्य फसलें लगाने के लिए प्रेरित करना हैं। पोषण उद्यान वाला प्रत्येक ग्रामीण परिवार, पोषण संबंधी पारिवारिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बाजार पर निर्भर नहीं रहता है और अधिक मात्रा में उत्पादन होने की अवस्था में उत्पादन को बिक्री के लिए भी रखा जा सकता है। जगह की कमी की स्थिति में शहर में टैरेस गार्डनिंग, वर्टिकल गार्डनिंग और कंटेनर गार्डनिंग के प्रकार के रूप में पोषण उद्यान की स्थापना की जा सकती है।

Downloads

Download data is not yet available.

Downloads

प्रकाशित

2022-12-24

How to Cite

शिला क., कांटवा स. च., चौधरी ग., घिंटाला अ., सिंह व., चौधरी अ., & यादव स. क. (2022). पोषणउद्यान- कुपोषण के विरुद्ध एक सक्षम प्रस्ताव. कृषि किरण, 14(14), 7–12. Retrieved from https://journals.saaer.org.in/index.php/krishi-kiran/article/view/526

Most read articles by the same author(s)