नील हरित शैवाल एवं अजोला का धान की खेत में उपयोग करे: किसान भाई
सार
नील हरित शैवाल जलीय पौधों का एक ऐसा समूह होता है, जिसे साइनो बैक्टीरिया भी कहा जाता हैं यह एक कोशिकीय जीवाणु है, जो काई के रूप/आकार का होता है। जैसा की किसान भाइयों को पता होगा की इस जीवाणु को धान की फसल के लिए वायुमण्डलीय नाइट्रोजन को भूमि में संस्थापित कराने के उद्देश्य से उपयोग में लाया जाता है। नील हरित शैवाल का कार्य यह है की प्रकाश संश्लेषण से ऊर्जा ग्रहण करके वायुमण्डलीय नाइट्रोजन का भूमि में स्थिरीकरण करता है।
Downloads
Download data is not yet available.
Downloads
प्रकाशित
2022-01-25
How to Cite
सैनी प. क., भाटी ज., & प्रसाद श. (2022). नील हरित शैवाल एवं अजोला का धान की खेत में उपयोग करे: किसान भाई. कृषि किरण, 12(-), 40–41. Retrieved from https://journals.saaer.org.in/index.php/krishi-kiran/article/view/398
अंक
खंड
Articles